फर्जीवाड़े का भंडाफोड़: दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते नौ लोग गिरफ्तार, तीन-तीन लाख में हुआ था सौदा

फर्जीवाड़े का भंडाफोड़: दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते नौ लोग गिरफ्तार, तीन-तीन लाख में हुआ था सौदा

जींद (हरियाणा)
हरियाणा में रविवार को हुई यूजीसी नेट की परीक्षा में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते नौ लोगों को जींद पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने सबसे पहले इनके सरगना गांव खटकड़ निवासी राहुल को गिरफ्तार किया। इसके बाद तार खुलते गए और पुलिस के हाथ नौ लोग लगे।

राहुल पहले भी हरियाणा कर्मचारी आयोग की परीक्षाओं में सेटिंग करवाता रहा है। राहुल युवाओं को फर्जी डिग्री भी उपलब्ध करवाता है। पुलिस ने इस मामले में गांव बीबीपुर निवासी विक्रम, गुरुग्राम के पालम विहार निवासी प्रवीण, सफीदों निवासी दीपक, अलीपुरा निवासी नवीन कुमार, चंडीगढ़ निवासी विजेंद्र, जींद निवासी अमरजीत व गोपाल समेत नौ लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।

डीएसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि राहुल पूरे मामले में सेटिंग करता था। वह दूसरे परीक्षार्थियों से पैसे लेकर उनके स्थान पर दूसरे लोगों को बैठाता था। रविवार को कुरुक्षेत्र में हुई नेट की परीक्षा में भी उसने प्रत्येक उम्मीदवार से तीन-तीन लाख रुपये लिए थे।

इसके अलावा राहुल फर्जी डिग्री भी युवकों को उपलब्ध करवाता था। इस कार्य में कैथल जिले के गांव शिमला निवासी कश्मीर पूरी मदद करता था। दूसरे परीक्षार्थियों से पैसे लेने का काम कश्मीर ही करता था। पुलिस ने सबसे पहले राहुल को काबू करके उसके द्वारा परीक्षा केंद्र में बैठाए गए लोगों को काबू किया। फिलहाल पुलिस राहुल व अन्य युवकों से पूछताछ कर रही है।
कालता निवासी दिलबाग समेत कुछ अन्य पर भी पेपर लीक मामले में केस दर्ज
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पेपर लीक मामले में गांव कालता निवासी दिलबाग के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया है। दिलबाग भर्ती परीक्षाओं को मुख्य उम्मीदवार के बदले किसी दूसरे को परीक्षा में बैठाता था। इसके अलावा यह फर्जी डिग्री भी युवाओं को मुहैया करवाता था। दिलबाग ने हिसार जिले के राखी खास निवासी आजाद सिंह के स्थान पर दूसरे परीक्षार्थी को बैठाया, जिसमें उसका चयन हो गया। इसके अलावा दिलबाग ने आर्ट एंड क्राफ्ट अध्यापक पद की परीक्षा में किसी दूसरे व्यक्ति को बैठाया, जिसमें उसका भी चयन हो गया।

दिलबाग जिन लोगों के पास डिग्री नहीं होती थी, उनको फर्जी डिग्री उपलब्ध करवाता था। उसने भिवानी जिले के गांव रोहताण निवासी देवेंद्र के साथ मिली सोनू नामक युवक को उच्च शिक्षा की फर्जी डिग्री दिलवाई। दिलबाग की फर्जी डिग्री बनाने में गांव कालता निवासी राजेश मदद करता था। राजेश परीक्षार्थियों को बदलने में पैसे लेने व डिग्री के लिए पैसे लेने में दिलबाग की मदद  करता था। राजेश ने करनाल जिले के गांव ढाचक निवासी पंकज की फर्जी डिग्री बनवाई थी। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।

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